प्राचार्य
“विद्यालयों में शिक्षा का मुख्य लक्ष्य ऐसे पुरुषों और महिलाओं का निर्माण करना होना चाहिए जो नई चीजें करने में सक्षम हों, न कि केवल दूसरी पीढ़ी ने जो किया है उसे दोहराना।” – जीन पियाजे ।
उपरोक्त विचार के साथ एक विद्यालय युवा दिमागों का पोषण करने और उन्हें कल के प्रबुद्ध व्यक्ति बनने के लिए आकार देने की प्रमुख जिम्मेदारी रखता है, जिनके पास अपने कार्यों से दुनिया में सकारात्मक बदलाव लाने का दृष्टिकोण हो। यह वह समय है जब हमें बच्चों को इतना मजबूत बनाना है कि वे विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर सही निर्णय ले सकें जो उन्हें निरंतर प्रगति की ओर ले जाए। हम विद्यालय में उन्हें सदियों पुराने पारंपरिक विचारों और विश्वासों को थोपने के बजाय उन्हें उनकी दुनिया को जानने एवं उनकी महत्वाकांक्षाओं और सपनों को चित्रित करने में सक्षम बनाने के लिए एक फैसिलिटेटर की तरह कार्य करें। हम पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय विदिशा में अपने बच्चों को एक उत्कृष्ट शिक्षा का वातावरण प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध हैं जो उन्हे प्रगति की ओर उन्मुख करे।
(गीता भदौरिया)
प्राचार्य